मार्कंडेय शाही, मानवेंद्र बनेंगे सचिव, चार अफसरों के नामों पर नहीं बनी सहमति
लखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को 154 IAS अफसरों को पदोन्नति, सलेक्शन ग्रेड व कनिष्ठ प्रशासनिक वेतनमान देने के लिए विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक हुई. इसमें चार को छोड़कर सभी नामों पर सहमति बन गई है. वर्ष 2000 बैच के आठ आईएएस अफसरों में सात को प्रमुख सचिव बनाने पर सहमति बनी.
एक IAS के खिलाफ विभागीय जांच चलने से उस पर विचार नहीं किया गया. ऐसे ही जांच के चलते तीन अन्य आईएएस को पदोन्नति देने पर सहमति नहीं बनी. इसमें एक अफसर निलंबित हो चुके हैं और दो के खिलाफ जांच चल रही है. पदोन्नति एक जनवरी से लागू होगी.
डीपीसी में सबसे पहले वर्ष 2000 बैच के आठ आईएएस अफसरों के नामों पर विचार हुआ. लगातार 25 साल की सेवा करने पर सचिव से प्रमुख सचिव बनाया जाता है. इस बैच में सौरभ बाबू, दीपक अग्रवाल, अमित गुप्ता, मनीष चौहान, धनलक्ष्मी के, रंजन कुमार, अनुराग यादव और रणवीर प्रसाद हैं. इनमें एक नाम को छोड़कर अन्य को पदोन्नति देने पर सहमति बनी.
वर्ष 2009 बैच के 40 अफसरों को विशेष सचिव से सचिव बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इसमें सुभ्रा सक्सेना, लखनऊ डीएम सूर्यपाल गंगवार, अदिति सिंह, डॉ. रूपेश कुमार, अनुज कुमार झा व निदेशक खनंन माला श्रीवास्तव हैं.
इसी बैच के डॉ. नितिन बंसल, मसूम अली सरवर, विजय किरण आनंद, भानु चंद्र गोस्वामी, प्रकाश बिंदु, एस राजलिंगम, विवेक, भूपेंद्र एस चौहान, वैभव श्रीवास्तव, अजीत कुमार, बृजेश नारायण सिंह, राकेश कुमार मिश्रा, रमाकांत पांडेय, अनुराग पटेल, आनंद कुमार सिंह द्वितीय, राम केवल, राजेश कुमार द्वितीय, मार्कंडेय शाही, अविनाश कृष्ण सिंह, राजेश प्रकाश, प्रमोद कुमार उपाध्याय, जगदीश, डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा, डॉ. अनिल कुमार, इंद्र विक्रम सिंह, डॉ. हीरालाल, शैलेंद्र कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह द्वितीय, अमर नाथ उपाध्याय, डॉ. अनिल कुमार सिंह, साहब सिंह, मानवेंद्र सिंह, अटल कुमार राय, नरेंद्र प्रसाद पांडेय शामिल हैं.
इनके अलावा वर्ष 2012 बैच के 51 अफसरों को लगातार 13 साल की सेवा पर सलेक्शन ग्रेड, वर्ष 2016 बैच के 38 अफसरों को लगातार नौ साल की सेवा पर कनिष्ठ प्रशासनिक वेतनमान और चार साल की सेवा करने वाले वर्ष 2021 बैच के 17 आईएएस अफसरों को 6600 ग्रेड पे देने पर सहमति बनी है.