नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 1,31,968 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 1,30,60,542 हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार की सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, वायरस से 780 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,67,642 हो गई। 18 अक्टूबर के बाद सामने आए मौत के ये सबसे अधिक मामले हैं।
आंकड़ों के अनुसार, देश में लगातार 30 दिनों से नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है और इसके साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 9,79,608 हो गई, जो कुल मामलों का 7.5 प्रतिशत है। देश में 12 फरवरी को सबसे कम 1,35,926 उपचाराधीन मरीज थे। यह संख्या उस समय के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक 1,19,13,292 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
हालांकि मरीजों के ठीक होने की दर में गिरावट आई है और अब वह 91.22 प्रतिशत है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.28 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहे और 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में अभी तक 25,40,41,584 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 13,64,205 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई थी। आंकडों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में वायरस से जिन 780 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 376 लोग, छत्तीसगढ़ के 94 लोग, पंजाब के 56 लोग, उत्तर प्रदेश के 39 लोग, कर्नाटक के 36 लोग, गुजरात के 35 लोग, मध्य प्रदेश के 27 लोग, दिल्ली के 24 लोग, तमिलनाडु के 19 लोग, केरल के 18 लोग और हरियाणा के 11 लोग थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,67,642 लोगों की वायरस से मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 57,028 लोग, तमिलनाडु के 12,840 लोग, कर्नाटक के 12,767 लोग, दिल्ली के 11,157 लोग, पश्चिम बंगाल के 10,370 लोग, उत्तर प्रदेश के 9,003 लोग, पंजाब के 7,334 लोग और आंध्र प्रदेश के 7,268 लोग थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।