लखनऊ। नई दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के निवासियों में से अभी तक 1172 लोगों की पहचान की जा चुकी है और इनमें से 884 लोगों को पृथक रखा गया है। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “अब तक नई दिल्ली (में आयोजित कार्यक्रम) में शामिल भारतीयों में से अभी तक उत्तर प्रदेश से शामिल 1,172 लोगों की पहचान की जा चुकी है। इनमें 884 लोग ऐसे हैं, जिन्हें चिन्हित करके पृथक रखा गया है।”
अवस्थी ने बताया, हमारे प्रदेश में अभी तक 287 विदेशी नागरिक मिले हैं। उनके विरुद्घ विभिन्न धाराओं में कार्वाई की गई है और इनमें से 286 को पृथक रखा गया है। उन्होंने बताया, 13 जनपदों में 32 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और 211 विदेशी नागरिकों के पासपोर्ट जब्त किए गए हैं।
उन्होंने कहा, फॉरेनर्स एक्ट (विदेशी नागरिक कानून) के तहत इन लोगों को पर्यटक वीजा पर सभी जगहों पर आने-आने की अनुमति नहीं है। और नाहीं इन्हें किसी धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने की अनुमति है। अवस्थी ने बताया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि जो लोग तबलीगी जमात के तहत उत्तर प्रदेश में आए हैं, उनपर बहुत ही सावधानी पूर्वक तेजी से कार्वाई की जाए। जो विदेशी प्रदेश में हैं, उनके विरुद्ध एपिडेमिक एक्ट (महामारी कानून) और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट (अपदा प्रबंधन कानून) के तहत कार्वाई की जाए।
उन्होंने बताया कि राज्य में लॉकडाउन का भली-भांति पालन हो रहा है और नेपाल से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा जिलों की सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है, आवाजाही पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि तबलीगी जमात के कार्यक्रमों से लौट रहे लोगों की कड़ी निगरानी हो रही है और उनकी जांच की जा रही है, इस आशय की सूचना छिपाने वालों के खिलाफ कार्वाई की जाएगी। अवस्थी ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे लोगों के बारे में सूचना उपलब्ध कराएं, जो खुद आगे नहीं आ रहे हैं और अपनी पहचान नहीं बता रहे हैं।
उन्होंने प्रदेश के विभिन्न जिलों में तबलीगी जमात से जुड़े लोगों की संख्या के बारे में जानकारी दी। अवस्थी के अनुसार, मेरठ में 304 लोगों की पहचान की गई है। बरेली में 145, वाराणसी में 197, गोरखपुर में 187, आगरा में 104, गौतम बुद्घ नगर में 70, लखनऊ में 69, प्रयागराज में 40, कानपुर में 33 और लखनऊ जोन में आने वाले जिलों में 24 अन्य हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन की समीक्षा करते हुए फिर दोहराया है कि इसे शत-प्रतिशत सफल बनाने में जनता सहयोग दे और इस अवधि में संयम बरते।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि जो भी शेल्टर होम हैं, वे सही ढंग से व्यवस्थित हों, उनकी सुरक्षा, रहने वालों की चिकित्सा आदि की पूरी व्यवस्था हो। उन्होंने बताया, लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए सीआरपीसी धारा-188 के तहत 71,77 मामले दर्ज किए गए हैं और 22, 705 लोगों के खिलाफ शिकायत है। 5,263 जगहों पर अवरोधक लगाए गए हैं। करीब आठ लाख 81 हजार वाहनों की जांच की गई है। एक लाख 81 हजार वाहनों का चालान किया गया। 13,000 वाहन जब्त किए गए हैं और तीन करोड़ 67 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया है।