प्रधानमंत्री मोदी ने देश को समर्पित की लौह पुरुष की सबसे ऊंची प्रतिमा

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गुजरात। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं जयंती केs अवसर पर बुधवार को  प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी याद में 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया। ये दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।

यह प्रतिमा गुजरात में नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध…

यह प्रतिमा गुजरात में नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मूर्ति की लंबाई 182 मीटर है और यह इतनी बड़ी है कि इसे 7 किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का कुल वजन 1700 टन है। इसके पैर की ऊंचाई 80 फीट, हाथ की ऊंचाई 70 फीट, कंधे की ऊंचाई 140 फिट और चेहरे की ऊंचाई 70 फिट है। इस मूर्ति का निर्माण राम वी. सुतार की देखरेख में हुआ है। इस मूर्ति को बनाने में करीब 3 हजार करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस स्मारक की आधारशिला  31 अक्टूबर, 2013 को रखी गई थी। जब पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इसके लिए बीजेपी ने पूरे देश में लोहा इकट्ठा करने का अभियान भी चलाया।

वॉल ऑफ यूनिटी का का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री ने वॉल ऑफ यूनिटी का का उद्घाटन किया। इसके बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने सरदार पटेल की प्रतिमा के ऊपर फूलों की वर्षा की। वॉल ऑफ यूनिटी के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी सीधे प्रधानमंत्री मोदी सरदार की प्रतिमा के पास जा रहे हैं।

काम भविष्य के लिए प्रेरणा का आधार

मूर्ति का अनावरण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरा देश राष्ट्रीय एकता दिवस मना रहा है। किसी भी देश के इतिहास में ऐसे अवसर आते हैं, जब वो पूरी तरह से अहसास कराते हैं। आज वही पल है जो देश के इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो जाता है, जिसे मिटा पाना मुश्किल है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम आजादी के इतने साल तक एक अधूरापन लेकर चल रहे थे, लेकिन आज भारत के वर्तमान ने सरदार के विराट व्यक्तित्व को उजागर करने का काम किया है। आज जब धरती से लेकर आसमान तक सरदार साहब का अभिषेक हो रहा है, तो ये काम भविष्य के लिए प्रेरणा का आधार है।

गुजरात की जनता ने मेरा साथ दिया

उन्होंने कहा कि ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे सरदार साहब की इस विशाल प्रतिमा को देश को समर्पित करने का अवसर किया है। जब मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर इसकी कल्पना की थी, तो कभी अहसास नहीं था कि प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे ये पुण्य काम करने का मौका मिलेगा। इस काम में जो गुजरात की जनता ने मेरा साथ दिया है, उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं जिस मिट्टी में पला बढ़ा, जिनके बीच में मैं बढ़ा हुआ उन्होंने ने ही मुझे सम्मान पत्र दिया। ये वैसा ही जैसे कोई मां अपने बेटे की सिर पर हाथ रखती है। उन्होंने कहा कि मुझे लोहा अभियान के दौरान मिले, लोहे का पहला टुकड़ा भी दिया गया है। हमने इस अभियान में लोगों से मिट्टी भी मांगी थी। देश के लाखों किसानों ने खुद आगे बढ़कर इस शुभ काम के लिए लोहा और मिट्टी दी।